जिसके सहारे सृष्टि सारी

Woman Neglected Life Poem 
इतनी उपेक्षा क्यों करते हैं
ये दुनिया वाले
हमारे सहारे सृष्टि सारी
सुन ले दुनिया वाले
हम बाग के वो फूल है
जिसे है खुशबू बिखेरनी 
कोमल है कमजोर नहीं
हमने टूटना कहाॅ॑ जाना
विश्वास हमारे अटूट है
जिसे सींच- सींच बढ़ाएं
हाॅ॑, हमने ही तो घर संवारे
इतनी उपेक्षा क्यों करते हैं
ये दुनिया वाले
हमने ना दिखाई कभी
अपने अंतरतम की ज्वाला
हृदय के असीम पीड़ा से
बस सृष्टि को ही पाला
ना समझो तो बात अलग है
हम तो देने वाले
इतनी उपेक्षा क्यों करते हैं
ये दुनिया वाले
नींव सदा रहती है 
अपने ही गहराई में
त्याग, समर्पण है जिसके 
हर पल जीवन में
नहीं लेते जो कभी
यहाॅ॑ किसी के सहारे
हमारे सहारे सृष्टि सारी
सुन ले दुनिया वाले !!!

Woman Neglected Life Poem 


दहेज़ में सब कुछ है
मोटरसाइकिल है
टीवी है
और कई है 
पर रिमोट 
सिर्फ पुरुष के हाथों पे
गाड़ी पर पीछे बैठने वाली
नारी है !!!

एक लड़की फूल हो सकती है

एक स्त्री अबला हो सकती है
जिसकी तुलना सुन्दरता से
और कमजोर रूप से
सदा की जाती है 
मगर एक पुरुष नहीं
स्त्री को कई उपमाओं से बांध रखे हैं
पुरूष को स्वतंत्र
जिसमें शेर से लेकर
कुत्ता भी हो सकता है !!!

स्त्री को संबल प्रदान करने के लिए
कई पुरूष उतर आता है
मगर एक स्त्री
दूसरे स्त्री का समर्थन नहीं कर सकती है
पुरूष जितना !!!

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टीप--समाज में उपेक्षित स्त्री जाति को समर्पित रचना
___राजकपूर राजपूत'राज'

Woman Neglected Life Poem












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