Kah-dena-kavita-hindi- जब भी किसी प्रेम हो तो उससे किसी तरह से अधूरी बातें नहीं करनी चाहिए । प्रेम में छुपा कर जो रख लेते हैं । बाद में तकलीफ़ पाते हैं । इस पर कविता हिन्दी में 👇👇
Kah-dena-kavita-hindi-
कह देना
जब तुम आओ
तो शायद
मैं भूल जाऊॅ॑
सुध-बुध
बस जाऊॅ॑
तुम्हारी पलकों में
खोया रहूॅ॑
तुम्हारी मुस्कानों में
सो जाऊॅ॑
तुम्हारे जुल्फों में
और अधरें चुप हो जाय...
जब तुम्हारी
दिल की मुराद
अधुरी रह जाय
तब
कह देना
सारी बात
मत रखना
अपने साथ
कोई शब्द..
जो रख लेते हैं
अपने दिल में
तड़पते हैं
जीवन में
किसी से कहने के लिए!!!
इन्हें भी पढ़ें 👉 हां मैं राजनीति हूं
राजकपूर राजपूत'राज'
0 टिप्पणियाँ