क्या जाने कोई किसी के इरादे Kya-jane-dil-ke-irade-kavita

 कहने के लिए कोई

Kya-jane-dil-ke-irade-kavita-hindi-sahitya-jivan


कहने के लिए कोई 

कुछ भी कह सकता है

किसी पर्व की शुभकामनाएं

दे सकता है

वहीं दुःख संतप्त परिवारों को

सांत्वना दे सकता है

तो किसी जन्मदिवस की

बधाई दे सकता है

बातों में क्या है

समझदारी ला सकता है

जहां दो व्यक्ति मिलते हैं

परस्पर

दिखावा कर सकता है

जबकि असल मायने

उसके दिल में छुपे

इरादे हैं

जिसे ढका जाता है

चालाकी भरे लहजों से

जो असल मौकों पर दिखता है

Kya-jane-dil-ke-irade-kavita-hindi-sahitya-jivan


Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ