अपनी दुनिया तलाश करनी है मुझे - कविता

 अपनी दुनिया तलाश करनी है मुझे

जहां रहूं सुरक्षित मैं किसी के बाहों में

ऐसी मोहब्बत तलाश करनी है मुझे

मैं पुष्पित हो कर खुशबू फैलाऊं

अपनी जड़ें मजबूत करनी है मुझे

उर्वरक मिले मेरे प्रेम को सदा

ऐसी ज़मीं तलाश करनी है मुझे

नहीं चाहिए मुझे किसी की नफ़रत

ऐसी साफ़ दिली तमन्ना करनी है मुझे

बेशक मुश्किल है खुद को स्थापित करना

सिर्फ मक़सद पे दृष्टि स्थिर करनी है मुझे

- राजकपूर राजपूत''राज''

Meregeet In literary life, you will get to read poetry, ghazals, story articles etc.


Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ