सियासत में गिरा हुआ आदमी

 आप कुछ पल हँस सकते हैं 

कुछ पल खुश हो सकते हैं 

क्योंकि आपने हरा दिया है 

किसी को,, 

बातों से 

अघातों से 

शब्दों को तोड़कर 

नग्नता का प्रदर्शन कर 

दिखा दिया है 

अपनी विद्वता

लेकिन स्वीकार नहीं की

अपनी गलतियों को

जिसमें तुम माहिर हो

नित्य प्रति दिन

लेकिन

खुद को साबित कर दिया तुमने

जमाने को डरा दिया तुमने

सियासत अपना कर!!!

सियासत में गिरा हुआ आदमी

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