Jarurat -
जरूरतों को मत पालो
जीने के लिए होता है भोजन
जरूरत से ज्यादा मत खालो
ये बात हमारी गांठ बांध लो
जिंदगी की तलाश करनी है
दर-दर नहीं भटकनी है
दो पल की जिंदगी है
प्रेम समेट लो
जरूरतों को मत पालो
ऐसा न हो जाय
भीड़ में तू खो जाय
अस्त व्यस्त होने से अच्छा है
असल जिंदगी पहचान लो
जरूरतों को मत पालो
0 टिप्पणियाँ