जरूरतों को मत पालो

Jarurat -


 जरूरतों को मत पालो

जीने के लिए होता है भोजन

जरूरत से ज्यादा मत खालो

ये बात हमारी गांठ बांध लो

जिंदगी की तलाश करनी है

दर-दर नहीं भटकनी है

दो पल की जिंदगी है

प्रेम समेट लो

जरूरतों को मत पालो

ऐसा न हो जाय

भीड़ में तू खो जाय

अस्त व्यस्त होने से अच्छा है

असल जिंदगी पहचान लो

जरूरतों को मत पालो 

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