Poetry pahchan in Hindi
पहचान देखकर मारे जाते हैं
पहचान देखकर छोड़े जाते हैं
ऐसे बुद्धिजीवी पर क्या भरोसा
जो इंसान देखकर मुंह खोले जाते हैं !!!
Poetry pahchan in Hindi
बुद्धिजीवी सड़क पर उतर आए हैं
किसी मुद्दे को लेकर
परिभाषाएं उनकी है
न्याय उनका है
हल्ला मचाकर
बदल देंगे विचार
जो सोचते हैं ग़लत है
बुद्धिजीवी !!!
दिखाया जायेगा
सिखाया जाएगा
तब तक
तुम्हारे विचार
बदल न जाए
बहलाया जाएगा
सहला जाएगा
और कुछ दिन बात तुम लिखोगे
उनके विचारों को
अपने कलम और कागज पर !!!
बात छोटी सी और मुद्दा बन जाएगा
सियासत की गहरी चाल
फायदा मिल जाएगा
तुम समझते हो अपना
वो बदल जाएगा
व्यवस्था हमारी है
रोज़ गाता जाएगा !!!
तुम लिखते हो
उनके अनुसार
नहीं है जो तुम्हारे विचार
तुम्हें बहुत दिनों से
बदलाव किया है
अपने अनुसार !!!
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