ख्वाब shayari on dream

shayari on dream

 वो शायद

ख्वाब था

ऑंखें खुली

सब गायब था !!

नींद की दी हुई चाहत

प्यार की निशानी है

जिसे आदमी इतनी आसानी से

छोड़ता नहीं है !!!


ख्वाब, ख्यालों की दुनिया

जिसे आदमी कोशिश कम

बुनता ज्यादा है

कोशिश में तकलीफ़ हो सकती है

लेकिन ख्वाबों में

सुकून ही सुकून !!


ख्वाब कई है

और जिसके कई ख्वाब है

उसमें से एक ख़्वाब पूरा करने में

पूरी जिंदगी गुज़र जाती है !!

ख्वाब सबके होते हैं

अरमान सबके होते हैं

लेकिन पूरा करने की चाहत

कोई - कोई के होते हैं  !!!




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