किताबें वहीं अच्छी

books right there poem 

किताबें वहीं अच्छी 
जो अहसास बढ़ा दे 
बेचैन मन की प्यास बुझा दे 
भीग जाए तन मन 
नवचेतना जगा दे 
वरना आजकल तो लोग 
बेवजह विवादित लिखकर 
आग लगा दे 
तन मन में 
प्रेम की जगह 
नफरत बढ़ा दे 
पसंद अपनी अपनी है 
दूसरों को आप भी 
अपनी चाहत बता दे !!

किताबें वहीं अच्छी 


किताबों में किसी का अहसास लिखा है
किसी के लिए खास लिखा है 
तुम पढ़ लेना समझ लेना
इतनी प्यास लिखी है 
पलटते मत जाना पत्ते
हर शब्दों में नई आस लिखी है !!!

---राजकपूर राजपूत''राज''
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