अवसादी मन Depressed Mind Article in Hindi

Depressed Mind Article in Hindi अवसादी मन - किसी विषय विशेष के विचार से निकल नहीं पाना । कुछ क्षण पश्चात पुनः उसी विचार में पड़ जाना । जो चिंताजनक स्थिति हो । मगर रास्ता न सूझता हो । निरंतर बने रहना अवसाद की ओर ले जाता है । समझा नहीं पाते हैं सामने वाले को और स्वयं को ।

ऐसे विचार तब अधिक जटिल हो जाते हैं जब हम चाहते हैं उसी को मगर प्राप्त करने की कोशिश हर बार असफल हो जाता है ।

Depressed Mind Article in Hindi

समझदारी से भुलने करने का प्रयास होता है । मगर भूल नहीं पाते हैं । क्योंकि उस विषय विशेष में अत्यधिक खुशी की मात्रा को महसूस करते हैं । जिसे छोड़ना नहीं चाहते हैं । मगर मिल नहीं पाता है । जो अत्यधिक निराशा पैदा करती है ।

मजबूत आदमी भी किसी विषय, किसी से प्रेम में पड़ सकता है । जिसे छोड़ना अधुरा लग सकता है । लेकिन पाना भी मुश्किल । क्योंकि उसे वे क्षेष्ठ मानते हैं । इसी लिए विचार में पड़े रहते हैं । किसी अवसादी आदमी की तरह । 

बैचैनी इस तरह निकल ना पाए

दुनिया बड़ी है मगर समझ ना पाया

चाहत खुल के जो कह ना पाए
अपना दर्द जो सह ना पाए

तकलीफ है एक एक पल जीना
खुद के अन्दर जब हीनता आ जाए

उसके आत्मघाती फैसलों से
तब खुद को वो बचा ना जाए !!!!

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---राजकपूर राजपूत''राज''

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