कुछ रातें ऐसी होती हैं

कुछ रातें ऐसी होती हैं
जागते हम दोनों और
सारी बस्ती सोई होती हैं
निहारते एक दुजे को
और हर लम्हा
अपनी यादों की होती हैं
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