रिश्ते कठोर ना हो कुछ नाजुक हो
टिकते हैं वहीं रिश्ते जहां दिल भावुक हो
कुछ रूठने कुछ मनाने की हिम्मत भी हो
टूटते हैं रिश्ते जब छोटी सी बातों पे चाबुक हो
रिश्ते नाजुक हैं
फिर भी मजबूत हैं
समझते हैं एक दूसरे का हाल
कभी रूठते है कभी मनाते हैं
यही रिश्ते की मोहब्बत है !!!!
इन्हें भी पढ़ें 👉 सेक्युलरिज्म से डर लगता है
0 टिप्पणियाँ