सुबह हो गई है अब जाग जाइए

सुबह हो गई है अब जाग जाइए 



चिंतन करिए
चिंता ना करिए

छोटी सी बात 
मेरी भी मान जाइए

सोच ही आपको 
मंजिल तक पहुंचाएंगे

ख्वाब देखो मगर 
सोई ऑंखों से ना सजाइए

ठहरी नहीं है कभी ये रात अंधेरी
सुबह हो गई है अब जाग जाइए

---राजकपूर राजपूत''

सुबह हो गई है अब जाग जाइए

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