मैं तुम्हारे साथ जीना चाहता था

मैं तुम्हारे साथ जीना चाहता था
सुख-दुख को पीना चाहता था

मेरी राहों में कांटे मिले या फूल
मैं तेरे साथ चलना चाहता था

जानता हूॅ॑ कठिन है जीवन का डगर
तेरा साथ चलके लड़ना चाहता था

मिल जाते तो मलाल नहीं था 'राज़'
तेरी बांहों में ही बस मरना चाहता था
---राजकपूर राजपूत''राज''
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