still feel scared poem in hindi
आज़ भी डर लगता है
कहीं अचानक
उससे मुलाकात ना हो जाय
जिसने कभी मुझे धोखा दिया था
प्यार में...
ये मेरा दिल कहीं धड़क ना जाए
उसे देखते ही कहीं बहक ना जाए
जिसे मैंने बेवफा कहा था
जिसके दर्द को मैंने सहा था
और लोगों को इसकी ख़बर हो
मेरे सीने में उसके लिए आज भी प्यार हो
जिसे भूलने की हर पल कोशिश की है मैंने !!!
आज भी वो वही है
कल भी वहीं था
बस मैंने अपने दिल को लगाया था
जिसके पास दिल ही नहीं उससे दिल बहलाया था !!!
---राजकपूर राजपूत''
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