Prem Kavita Hindi
खो जाने के बाद
मुझे अहसास हुआ
तुम मेरे जीवन के
अहम हिस्से थे
जहां हम मिले थे
वो जगह उदास है
वो पेड़ की छांव
वो नदी किनारे गांव
कोयल की कूक
जब गूंजती थी
मेरे हृदय में
तड़प उठती थी
तुमसे मिलने के लिए
लेकिन आज
नीरसता छाई है
तुम्हारे जाने के बाद
---राजकपूर राजपूत''राज''
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