जब बहती ये बयार है

जब बहती ये बयार है 



ये दिल आज शायर है
जब बहती ये बयार है

देखा जब उसके चेहरे को 
जिसमें रौनक बेशुमार है

जिसके लिए दिल में मेरे 
आज प्यार ही प्यार है

गजब है उसकी एक मुस्कुराहट
जो मेरे दिल के आर पार है

हटती नहीं है नज़रें मेरी
मेरे सीने में छुपा मेरा यार है

अब पा कर मंजिल कहां जाऊंगा
जिसकी राहों में मेरा संसार है
 
---राजकपूर राजपूत
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