भाई बहन का प्यार देखना

Bhai -bahan ka pyar Kavita 

बातों ही बातों में तकरार देखना
कभी लड़ना कभी प्यार देखना
चली जाती है बहन ससुराल मगर
नहीं भूलती भाई का प्यार देखना

अनोखा है भाई बहन का प्यार "राज़"
रेशम की डोरी से ये संसार देखना !!

Bhai -bahan ka pyar Kavita 

भाई बहन का रिश्ता लाखों में एक है
माना रिश्ता संसार में अनेक है
दूर चली गई बहन ससुराल तो क्या हुआ
फिर भी भाई-बहन का रिश्ता सबसे नेक है !!

लड़ने झगड़ने से प्यार कम नहीं होता
कोई दूर जाने से प्यार कम नहीं होता
छेड़ कर देखें कोई गैर भाई बहन को
भाई बहन का मार कम नहीं होता !!!

रिश्तों को यूं लड़ाया न होता
तथाकथित बुद्धिजीवियों ने उलझाया न होता
रिश्ते सभी में पवित्रता होती
कर्तव्य छोड़ केवल अधिकार बताया न होता ! !

---राजकपूर राजपूत''राज''
Bhai -bahan ka pyar Kavita


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