रिश्तों की थकावट relationship and exhaustion poem hindi

relationship and exhaustion poem hindi 

रिश्तों की थकावट
यही है की
आपकी चालाकियों को
सब समझ रहे हैं
लेकिन आपके सामने 
कह नहीं सकते हैं
क्योंकि  आपको 
सच्चाई सुनने की आदत नहीं है
कहीं टूट ना जाओ !!!

रिश्तों की थकावट यही है कि
मैं तुझे खुश देखना चाहता हूॅं
और तुम मुझसे दूरी बनाना
तुम जानते हो मेरी चाहत
लेकिन तुम्हें कोई मतलब नहीं है
इसलिए मेरा रिश्ता
थकावट से दबे जा रहा है !!!

रिश्तों की थकावट है
तुम्हारे आने की हर पल आहट है
लेकिन तुम नहीं आए
और इंतजार करना
अब मुश्किल है
मेरी थकावट कहती है ।। 

---राजकपूर राजपूत''


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