जरूरत
गुजरें जमाने में
आदमी के पास
बेहतर जीवन का
अभाव था
इसी जरूरत में
सभी एक दूसरे के
पास था
क्योंकि आसपास ही
उसकी प्राथमिक आवश्यकताओं
की पूर्ति थी
जिसका सम्मान था
जहाॅ॑ खुशियाॅ॑ ही खुशियाॅ॑ थी
दिल से दुरियाॅ॑ ना थी
लेकिन....?
जैसे-जैसे -
जरूरत की पूर्ति हुई
आदमी एक दूसरे से
अलग-अलग हो गए
प्राथमिक आवश्यकताओं से
निकल कर
अपनी चाहतों को फैला कर
विस्तृत कर लिया
जहाॅ॑ इंसानी संवेदनाएं
आज दिखाई नहीं देती
अपनी चाहतों को
हर हाल में
पूर्ति की कोशिश में
मानवीय संवेदनाओं को
दबाते हुए
पास होते हुए भी
दूर है
दिल से
---राजकपूर राजपूत
2 टिप्पणियाँ
Bahut hi sundar
जवाब देंहटाएंNice
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