मुश्किल से मिले दो पल
मुश्किल से मिले दो पल मैं लाया हूॅ॑
ऐ ! जिंदगी मैं तेरे पास आया हूॅ॑
ठहरों ! ज़रा तुझे जी भर निहार लूॅ॑
ग़म हो कितने तेरे पास सुकूं पाया हूॅ॑
याद आती है तो ऑ॑खें नम हो जाती है
दिल की हर धड़कनों में तुझे पाया हूॅ॑
मुश्किल है तेरे बगैर ये वक्त गुजारना
इसलिए ऐ ! जिंदगी तेरे पास आया हूॅ॑
रेत के माफिक फिसलती है जिंदगी
मुद्दतो के बाद ही मैं तुझे पाया हूॅ॑
---राजकपूर राजपूत'
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