तेरी बाहों में मर जाएंगे
ठहरो ! ज़रा तुम जी भर तुम्हें चाहेंगे
चाहत है मेरी तेरी बाहों में मर जाएंगे
उल्फत है जमाने मेंं हजारों-लाखों मगर
सफ़र में साथ हो तेरा ये भी डर जाएंगे
यक़ीनन दिल बहलाने के कई बहाने हैं
उठेगी नज़र और तेरा अहसास कर जाएंगे
कभी अलविदा मत कहना मेरे हमसफ़र
बातों ही बातों में यूॅ॑ ही सफ़र कर जाएंगे
---राजकपूर राजपूत
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