ग़म खाइए,,,कम खाइए
दुनिया की बातों में मत जाइए
अपनी-अपनी जिंदगी है
बस हंसिए और मुस्कुराइए
डर मत जाना दुनिया से
अपने दिल को समझाइए
वक्त है कुछ कर गुजरने का
धीरे-धीरे ही सही चलते जाइए
मजबूत रहे इरादें तो अच्छा है
बस मेरी छोटी सी बात मान जाइए
---राजकपूर राजपूत''राज''
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