नजरों ने नजरों से मुलाकातें की

नजरों ने नजरों से मुलाकातें की
अपनी चाहत की कई बातें की

फिर यकीन के लिए गुफ्तगू की
थोड़ी देर हुई और शिकायतें की

तू रखना मेरा ख्याल मेरे खुदा
उसकी ऑ॑खों में बस के इबादतें की
-----राजकपूर राजपूत "राज"



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