दिल के जज़्बातों को यूं ना दबाइए
आपकी खामोशी में चालाकियाॅ॑ है शायद
मुझे देख के आप यूॅ॑ ना मुस्कुराइए
सुनते हैं आजकल लोग लुटेरों की बात
कभी देंगे कुछ आप ताली तो बजाइए
दूसरे को बदनाम करने में माहिर हो
खुद के गिरेबान में तो कभी झांकिए
अब कुछ शर्ते, कुछ सौदा है इश्क़ में
जब तक लगे हैं दिल वर्ना चलें जाइए
टूटते हैं रिश्ते आसानी से यहाॅ॑ 'राज़'
सुविधा है बहुत अब जान भी जाइए
---राजकपूर राजपूत''राज''
2 टिप्पणियाँ
Nice
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर
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