Prem-ak-sundar-ahsas.-. प्रेम वो अहसास है । जो हमारे भीतर अद्भुत शक्ति प्रदान करता है । जो हर परिस्थितियों से लड़ना सीखाता है । चाहे कोई किसी भी हालत में रहे । प्रेम के लिए प्रतिबद्ध हो जाता है । अपने सुखों का त्याग कर देता है । प्रेम ही है जो कड़ी धूप में , भरी बरसात में, कड़कड़ाती सर्दी में जीना सीखाता है । जो लोग कष्ट उठाते हैं । वे सभी किसी न किसी के प्रेम की वजह से है ।
Prem-ak-sundar-ahsas-
Prem -एक अहसास
आ बैठ मेरे पास
क्योंकि तू है मेरा
सारी दुनिया तेरी
लेकिन तू है मेरा
एक नदी की धार है
तेरा एक किनारा
मेरा एक किनारा
बेशक अलग - अलग
मगर पानी की एक धारा
सारी दुनिया तेरी
लेकिन तू है मेरा
जाना है सागर की ओर
समाना है अनन्त गहराई की छोर
न उबरे न बचेंगे एक दिन
पल पल जिन्दगी न छिन
इसलिए आ बैठ मेरे पास
जिंदा रहे प्यार मेरा और तेरा !!!
प्रेम एक सुंदर अहसास
जो रहे पास
वहीं खास
घुमे फिरे यहां-वहां
लेकिन उसका हर पल अहसास
प्रेम एक सुंदर अहसास !!!
हमें तो यह भी अहसास नहीं था
प्रेम में
जीवन सरल हो जाएगा
बस उसका साथ होने का अहसास
कई चुनौतियों को पार कर लिया हमने !!!
प्रेम अभी हारा नहीं था
माना सहारा नहीं था
एक उम्मीद खींच लाई थी उसके पास
विश्वास अभी मरा नहीं था
मेरे हालात देख तरस खा रहे थे
मैं कोई बेचारा नहीं था !!!
-राजकपूर राजपूत
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