"राम" सम्पूर्णता का अहसास Poem - Ram Complete Feeling

Poem - Ram Complete Feeling 

 "राम" संपूर्णता का अहसास है

एक ऐसे शब्द

जिसमें सम्पूर्ण सृष्टि निवास है

जिसके शब्द में अंतर्मन की शांति है

जिसके शब्द में अंतर्मन की क्रांति है

चाहे जिस रूप में देखो सृष्टि में

"राम" से ही सम्पूर्णता की प्राप्ति है

"राम" हर हिन्दू का अभिमान है

"राम" का भगवा देश की शान है

राम दुलारे राम प्यारे राम शब्द महान है

"राम" सहारे ये सारे हिन्दुस्तान है !!!

Poem - Ram Complete Feeling

असूरों के नाम  जो नीच से 

हिन्दू कल भी लड़े थे ऐसे कीच से

हिन्दू यूं ही गहराई नहीं छुआ है

विश्व कल्याण की भावना की दुआं है

विश्व शांति की कामना

किसी अन्य धर्म का बेशक न मानना

मानते हैं पेड़-पौधों से लेकर पत्थरों तक

सजीव से निर्जीव तक

किसी का अहसान नहीं भूलते

रावण के भीतर अच्छाई हम ढूंढते

एक बार चेतावनी जरुर देते

सम्हल जाओ वर्ना नाश कर देते !!!!!


कल भी असूर थे

आज भी असूर हैं

गलती सिर्फ इतनी

साथ रखें यही कसूर है !!!!

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Poem - Ram Complete Feeling

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