होली का त्यौहार बीत गए हैंलोगों के रंग अब दिख गए हैं
होली के जोश अब उतर गए हैं
होली के सभी रंग बिखर गए हैं
अब लोगों ने चेहरे धो लिए हैं
अपने मूल रंग में रंग गए हैं
जिसके रंग नहीं छूटेगा
जीवन भर बना रहेगा
जीवन की खुशियों को जमाना
क्षणिक ही समेट पाएगा
जिसकी उतरती चढ़ती है मस्ती
वो कहां सफल हो पाएगा
-राजकपूर राजपूत''राज''
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