Feeling Life Poetry
जिसे अपने दर्द में सुकूॅं का अहसास है
उसके लिए अकेलापन ही खास है !!!
अपने दर्द से निकलने की कोशिश न की
लोग पूछते हैं उसने ऐसी मोहब्बत क्यों की !!!
Feeling Life Poetry
तड़प भी है जलन भी है
फिर भी जीने के लिए मन भी है
ऐसी क्या बात है मोहब्बत में
जलते हैं पतंगें और मरने के लिए तैयार भी है !!!
योग नहीं है रिश्तों में
उपयोग है रिश्तों में
तुम जिसे अपना मानते हो
कुछ मतलब है रिश्तों में
मशीनी युग है यारों
बेजान है रिश्तों में
उसने जब हालचाल पूछा
कुछ मतलब है रिश्तों में
फोन आया तो अहसास हुआ
कुछ जान है रिश्तों में
तुझे इतने मतलबी नहीं होना था
कभी आना पड़ेगा इन्हीं रिश्तों में !!!
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