अपनी धुन है अपना राग

अपनी धुन है अपना राग 
समेटते चला हूॅं अपना अनुराग

कभी तन्हाइयों में बातें करना
कभी ख्यालों में मुलाकातें करना

भीड़ से उचकता है मन मेरा
भाते हैं मुझे बस ख्याल तेरा
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ