जो चीज तेरी वो मेरी

हमदर्दी नहीं चाहिए
मुझे तेरी
तौहीन कर दी तुने
मोहब्बत मेरी
क्या अंतर है एक दूसरे में
जो दया बरस रही है तेरी
हॉं दिल का हारा हूॅ॑
तू मेरा मैं तेरा हूॅं
रह नहीं सकते एक दूजे बिन
तू मेरा मैं तेरा सहारा हूॅं
लेकिन मुझे छोड़ दिया तुने
मेरा दिल तोड़ दिया तुने
अगर मोहब्बत होती सीने में
तो कहते जो चीज तेरी वो मेरी
लेकिन तुम्हें अहसास नहीं हुआ
मोहब्बत मेरी
जो कह न सके
तेरी पीड़ा मेरी
और बेगानों की तरह
दया बरस रही है तेरी !!!
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