मैंने मंदिर की घंटी बजाकर

मैंने मंदिर की घंटी बजाकर
अपने ईश्वर को नींद से जगाकर

ईश्वर की स्तुति में पलकें बिछाकर
पूरी तरह से अर्पित, समर्पित होकर

ईश्वर का गुणगान किया
अंतःस्थल से मान किया

दुनिया के सबसे बडा़ रखवाला
हे ! प्रभु सृष्टि चलाने वाला

ले ले मुझे अपने प्रेम में
सान्निध्य मिले तेरे चरणों में

मैं तो जग से हारा हूॅ॑
इसलिए तुझे हृदय से पुकारा हूॅ॑

---राजकपूर राजपूत''राज''





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