सेलेक्टिव है सब

इस दौर में सेलेक्टिव है सब
हां स्वार्थ में एक्टिव हैं सब

व्यक्तिगत जीवन में यारों
खुद्दारी में निगेटिव है सब

ईमानदारी में अब दावा नहीं
बेमानी में पाॅजीटिव है सब

गलत है या सच है "राज़"
आज के दौर में सेलेब्रिटी है सब
---राजकपूर राजपूत''राज''
Reactions

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ