मेरा हौसला

हमने किताबें तो कम ही पढ़ें थे
आगे आगे अपने हौसलों से बढ़े थे

दुनिया समझाती रही अच्छी बातें
और हम दुनिया के इरादे समझते रहे थे

कल भी सूरज निकलेगा, मगर आज रात है
इसी उम्मीद में हम इंतजार करते थे


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