सियासत भी कला है

इतने सरल है महानता के गुण
दूसरो के दोष गिन गिन बताते हो

दोष देना भी सियासत में कला है
दूसरो के लिए उंगली खुद पे डर जाते हो !!!

वो जानता है बहुत कुछ
मगर मानता नहीं है कुछ
थके -  थके से लगते हैं
मतलब लेकिन कुछ
अपने ही चाल में जीते हैं
हालात कैसी मत पूछ !!!


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