बात छोटी सी मगर खफा हो गए

बात छोटी सी मगर खफा हो गए
सच ही कहा था मगर खफा हो गए
जिसे इश्क है वो कभी बोरियत नहीं होते
वो मोहब्बत की बातों से खफा हो गए
उसे मेरी गरीबी की फ़िक्र थी हर पल
मुझे तरक्की क्या मिली वो खफा हो गए
प्यार के हर वादे पर यकीं दिलाया मुझे
चलो साथ मेरे कहा और वो खफा हो गए !!!

छोटी-छोटी बातों पे
गहरी चाल होती है
चरित्र, नजरिया
मान, अपमान होता है
तुमने ध्यान नहीं दिया
इसलिए धोखा खाए !!!!
---राजकपूर राजपूत''राज''

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