काश ! ये मुझे भी पता होता

काश ! ये मुझे भी पता होता
इश्क में तुझे भी सजा होता
चाहता नहीं ऐसा हो मेरे इश्क में
लेकिन दर्द तुझे भी पता होता
मैंने सच कहा था मेरे दोस्त मगर
झूठ कहा नहीं जो तू खफा होता
ऐ ! खुदा तेरे इंसाफ़ कैसा है बता
इश्क को इश्क़ मिलते तो मजा होता
---राजकपूर राजपूत''राज''


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