तुझे देखें बिना

मुरझाए हुए चेहरे
थका हुआ बदन
हर घड़ी
जीरो बल्ब के समान
लगता हूं मैं
तुझे देखें बिना
तुम्हें यकीन नहीं होगा
क्योंकि..
जब तुम सामने आते हो
मेरे जिस्म से
रौशनी निकलती है
---राजकपूर राजपूत''राज''
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