jindgi-jeet-jayegi-प्रेम में वो शक्ति है !जो हर चुनौंतियों से लड़ने की ताकत देती है ! प्रेम एक ढाढस देता है ! हर दुःख ,दर्द , को सहने की ताकत देती है ! दिन कितना भी उदास हो , प्रेम हो तो उसके सहारे में जिया जा सकता है ! प्रेम का अहसास एक पूर्णता का भास है ! इसलिए प्रेम को बनाये रखिये !
कविता प्रेम की
jindgi-jeet-jayegi
मौत के इस मैदान में जिंदगी जीत जाएगी
हर नई सुबह के बाद ये काली रात जाएगी
मैं चाहता हूं उम्र गुजर जाए तेरी बाहों में
नहीं रहेगा कुछ तेरी मेरी प्रीत जीत जाएगी
वक्त का सितम गुजार लेंगे हॅंसते हॅंसते
देख लेना हर सितम से हमारी मोहब्बत जीत जाएगी
वक्त कुछ आ गया है ऐसे
प्रेम के बदले नफरत हो जैसे
मै प्रेम भुला नहीं कभी
मेरा दिल और जान हो जैसे
मेरे जीने की वजह है प्रेम
प्रेम बिन जीवन निर्थक हो जैसे
ये संसार में कुछ भी नहीं
तुम हो तो सब कुछ हो जैसे
---राजकपूर
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