दिल का रिश्ता
दिल का रिश्ता है ऑ॑खों मेंं प्यार देखना
रिश्तों को बचाने दिलों में प्यार देखना
तुम्हीं से मोहब्बत तुम्हीं से शिकायत
दिली तमन्ना है इसमें भी प्यार देखना
बने रहे रिश्तें तेरे मेरे जन्मों जनम के
सिर्फ मेरी ऑ॑खों में अपना प्यार देखना
अब लोग समझ गए हैं चालाकियां करना
हर रिश्तों में बस मतलब हजार देखना
वक्त वहीं है जैसे पहले थे सूरज-चांद
सोच-सोच बदले है रिश्ते बेशुमार देखना
दो पल की जिंदगी है मिल बतियाते हैं
सारी दुनिया में नफ़रत हजार देखना
---राजकपूर राजपूत
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