ऐ! वक्त थोड़ा ठहर जा

जिंदगी ने लिख दिया
अपनी बेवफ़ाई के किस्से
अब तो बारी मेरी है
छिनना है अपने हिस्से

ऐ ! वक्त थोड़ा ठहर जा
आसमां को झुका दूॅं थोड़ा नीचे
अभी इतरा रहा है ये जमाना
यकीं है एक दिन चलेंगे मेरे पीछे
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