दिल में रह जाती है, दिल की बातें

dil-main-rah-jati-hai-dil-ki-baaten- दिल ही है जिसपर काबू नहीं होता है । जब तुम दूर हो या पास हो । दोनों ही स्थितियां बुरी है । लेकिन रहा नहीं जा सकता है । तुझ बिन । इसलिए ख्यालों और ख्वाबों में तुझसे मुलाकात होती है । वहीं एक संकल्प लिया जाता है । प्रेम का । जिसे सजाया जाता है । तुम्हारे साथ - साथ । कविता हिन्दी में 👇👇

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दिल में रह जाती है
दिल की बातें
अधूरी सी लगती है
तेरी वो मुलाकातें
प्यासा मन तड़प जाता है
दिल के अरमान
दिल में रह जाता है
जब तू सामने आ जाता है
हड़बड़ाहट सी होती है
बैचैनी छा जाती है
ये कैसी मेरी चाहत है 
हर पल तेरी आहट है
कुछ समझ नहीं पाता हूॅ॑
आखिर मैं क्या कर जाता हूॅ॑
तेरे सामने !!!


dil-mai-kavita-hindi


दिल में रह गई
मेरी कई बातें
जो तुमसे कहना था
मगर तुम सामने आ जाती हो
मेरी हिम्मत बढ़ नहीं पाती है
जो कहना चाहता है
मेरा मन
बस तुम्हें देखता रह जाता है
मेरा दिल !!!
 

न हो तो बैचैनी है
हो तो समझ नहीं
खुद ब खुद
मेरी नजरें फेर लेती है !!!

मेरे हालत 


मेरे हालत
तभी खराब था
जब तुम नहीं थे
और जब तुम आए
तब भी खराब था
तुम नहीं थे
उससे ज्यादा
मैं अकेले में
ख्यालों में
तुमसे बात तो कर सकता हूं
मिलने के बाद नहीं !!!! 


---राजकपूर राजपूत

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