फिर तलाश होगी

फिर तलाश शुरू होगी 


फिर तलाश शुरू होगी
एक नई सुबह में
रात भर ख्वाब सजाया हूॅ॑
इसी उम्मीद में
पाना ,खोना, ढूंढना
मेरी तलाश में होगी 
पंछी उड़ गए हैं देखो
नीले आसमान में
उतना ही लें आएगा दाना
जितनी जिंदगी होगी
कल की न फ़िक्र है
न आज की परवाह है
मेरी उड़ान में मेरी जिंदगी होगी
कोई लाख टोकेंगे
कोई लाख रोकेंगे
मगर मेरी तलाश जारी रहेगी
फिर तलाश शुरू होगी
जब नई सुबह होगी !!!

--राजकपूर राजपूत 

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