हम प्यार करना भुल गए हैं

हम प्यार करना भुल गए हैं
एतबार करना हम भुल गए हैं

सवाल उठाना आजकल अक्लमंदी है
मगर जवाब देना भुल गए हैं

फुर्सत नहीं अब लोगों के पास
मिलना जुलना सब भुल गए हैं

तुम्हीं कहो ये अंधी दौड़ क्या 'राज'
दिल का सुख चैन सब भुल गए हैं
---राजकपूर राजपूत''राज''
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